पप्पू की जलन और पोपटलाल की ठाठ

"पप्पू की जलन और पोपटलाल की ठाठ" पप्पू की शादी रीटा से हुई थी। शादी के कुछ साल तो अच्छे चले, लेकिन पप्पू की तंगहाली और कंजूसी से तंग आकर रीटा ने तलाक ले लिया और अमीर पोपटलाल से शादी कर ली। पोपटलाल के पास पैसा था, बंगला था, कार थी, और सबसे बड़ी बात – वो रीटा को रानी की तरह रखता था! पप्पू को जब ये बात पता चली, तो उसकी आत्मा जलकर कोयला हो गई। पहले तो उसने सोचा कि खुद अमीर बनेगा, लेकिन बैंक बैलेंस देखकर समझ आ गया कि सपना देखने से अच्छा है पड़ोसियों पर गुस्सा निकालना। पप्पू का जलन-प्रकोप अब पप्पू की दूसरी शादी मीनू से हो चुकी थी। लेकिन जलन की आग में जलता पप्पू, जब भी मीनू से बात करता, तो रीटा का जिक्र जरूर करता। मीनू: "आज क्या पका दूँ?" पप्पू (गुस्से में): "जो भी बनाओ, लेकिन वो पोपटलाल जैसा स्वाद नहीं देगा!" मीनू परेशान! इधर पड़ोसी भी पप्पू के गुस्से से तंग आ चुके थे। पड़ोसी 1: "पप्पू भाई, क्या बात है? हर वक्त गुस्से में क्यों रहते हो?" पप्पू: "कैसे खुश रहूँ? पहली वाली ऐश कर रही है, और मैं यहाँ पानी गरम करने के लिए भी संघर्ष कर रहा...