गुरुजी और पप्पू की मज़ेदार सीख

गुरुजी और पप्पू की मज़ेदार सीख पप्पू अपने गाँव में अपनी शरारतों के लिए मशहूर था। वो बात-बात पर किसी को भी पीटने के लिए तैयार रहता था। गाँव वाले उससे परेशान थे, तो एक दिन पप्पू का दोस्त रमेश गुरुजी के पास गया और बोला, "गुरुजी, पप्पू हर किसी को मारता रहता है, इसका कुछ इलाज करिए!" गुरुजी मुस्कुराए और बोले, "ठीक है, मैं इसका दुःख दूर कर दूँगा!" गुरुजी ने पप्पू को बुलाया और उसे कुछ उपदेश दिए, जिससे पप्पू की सोच बदल गई। अब वो लोगों से प्यार से बात करने लगा और मारपीट बंद कर दी। एक दिन गाँव में एक अजनबी आया। उसने पप्पू से झगड़ा कर लिया और गुस्से में बोला, "मैं तेरा पैर काट डालूंगा, फिर जा के अपने गुरु से कहना कि ठीक कर दें!" पप्पू हँसते हुए बोला, "ऐसा थोड़ी होता है भाई! गुरुजी तो बुरी आदतें सुधारते हैं, पैर जोड़ने का काम नहीं करते!" गाँव वाले हँसने लगे और गुरुजी की सीख की तारीफ करने लगे। पप्पू को भी समझ आ गया कि ताकत से ज्यादा बड़ी चीज़ अक़्ल होती है।