पप्पू मास्टर बन गया

पप्पू मास्टर बन गया पप्पू बचपन से ही शरारती था। स्कूल में गिल्ली-डंडा खेलना, घंटी बजने के बाद भी कक्षा के बाहर घूमना, और प्रधानाचार्य से उलझना उसकी पुरानी आदत थी। किस्मत देखिए, बड़ा होकर वही पप्पू मास्टर बन गया! अब जब वह स्कूल में शिक्षक था, तो भी उसकी वही मस्तमौला आदतें बनी रहीं। कभी समय पर स्कूल पहुँच जाता, तो कभी देर से आता। प्रधानाचार्य, जो कभी उसके छात्र जीवन में भी उसके दुश्मन जैसे थे, अब भी उससे परेशान रहते। एक दिन पप्पू फिर से लेट पहुँचा। प्रधानाचार्य ने गुस्से में पूछा, "पप्पू! तुम हमेशा देर से क्यों आते हो?" पप्पू ने बिना सोचे-समझे ज़ोर से जवाब दिया, "सर! कभी आप भी सही समय पर आया करो!" प्रधानाचार्य को तो पहले गुस्सा आया, लेकिन फिर पूरी स्टाफ रूम उसकी बात पर ठहाके लगाने लगी। सभी समझ गए थे कि पप्पू बचपन में भी ऐसा ही था और मास्टर बनने के बाद भी वैसा ही रहेगा!